निम्न रक्त चाप के लक्षण -
1. सीने में दर्द होना। 2. साँस लेने में कठिनाई होना।
3. थकान का अनुभव होना।
4. अनियमित दिल की धड़कन होना।
5. चक्कर आना आदि
समाधान के उपाय-
प्राणायाम-
1. भस्त्रिका - 2 मिनट
2. कपाल भाँति- 5 मिनट
3. नाड़ी शोधन - 5 मिनट
4. उदगीथ प्राणायाम- 11 बार
आसन-
1. उत्तानपाद आसन - 3 बार
2. पवनमुक्तासन- 3 बार
3. पादवृत्तासन- तीन- तीन बार
4. नौकासन- 2 बार
5. भुजंगासन- 2 बार
6. शशांकासन- 3 बार
7. मंडूक आसन- 3 बार
स्वर विज्ञान-
1 भोजन दाएं स्वर चलते समय करना।
2. भोजन करने के पश्चात सीधे सो कर 8 बार श्वास लेना।
3. तत्पश्चात दाएं करवट लेकर 16 श्वास लेना।
4 . फिर बाएं करवट लेकर 32 श्वास लेना।
एक्यूप्रेसर-
1. माथे की बिंदी के स्थान पर
2. कान पर जहाँ बाली पहनते हैं, उसके नीचे।
3. हाथ की छोटी उंगली के ऊपरी दोनों पोर पर।
4. अंगूठे के टॉप पर
5. नाभि के चारों ओर
6. पैर के तलवे पर रोल चलाना।
आयुर्वेद-
1. सुबह एक गिलास पानी में एक चुटकी नमक, एक चम्मच शक्कर एवं एक चौथाई नीबू का रस डालकर पीना।
2. प्रतिदिन एक चम्मच तुलसी के पत्ते का रस लेना।
3. प्रतिदिन एक चम्मच अमृता रस का सेवन।
4. भोजन करते समय छांछ में लवणभास्कर चूर्ण आधा चम्मच मिलाकर घूँट-घूँट कर पीना।
5. 10 से 15 किसमिश रात को पानी में भिंगोकर सुबह गर्म दूध के साथ लेना।
6. तिल के तेल से प्रतिदिन मालिश करना। तलवों में तेल लगाकर रगड़ना।
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